देहरादून, । उत्तराखंड में चल रहे “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” ने बहुत कम समय में अभूतपूर्व उपलब्धियाँ हासिल की हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 17 सितम्बर से 1 अक्टूबर 2025 तक प्रदेशभर में आयोजित 20,495 स्वास्थ्य शिविरों में अब तक 12.50 लाख से अधिक लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया। यह उत्तराखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। शिविरों के दौरान लाखों लोगों ने विभिन्न बीमारियों की स्क्रीनिंग कराई। हाइपरटेंशन की स्क्रीनिंग में 5.46 लाख लोग शामिल हुए। इसी प्रकार 5.17 लाख लोगों ने डायबिटीज़ की जाँच कराई। कैंसर (ओरल, सर्वाइकल और ब्रेस्ट) की स्क्रीनिंग भी बड़े पैमाने पर हुई, जिसमें 4.63 लाख लोगों की जाँच की गई। महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 1.88 लाख लोगों की एनीमिया जांच की गई, वहीं 1.42 लाख बच्चों को टीकाकरण की सुविधा दी गई। तपेदिक (टीबी) के लिए 92 हजार से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की गई, जिससे गंभीर बीमारियों की समय पर पहचान संभव हो सकी।
परामर्श, कार्ड और रक्तदान में ऐतिहासिक सफलताः अभियान के दौरान केवल स्क्रीनिंग ही नहीं, बल्कि परामर्श सेवाएँ भी बड़े पैमाने पर दी गईं। अब तक 66 हजार से अधिक लोगों को विभिन्न स्वास्थ्य विषयों पर परामर्श (काउंसलिंग) प्रदान की गई है। स्वास्थ्य सेवाओं को और सुलभ बनाने के लिए 11,594 आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कार्ड जारी किए गए हैं। इसी तरह, रक्तदान के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान सामने आया है। अब तक 66,926 लोग ब्लड डोनर के रूप में पंजीकृत हुए और 8,798 यूनिट रक्त का संग्रहण किया गया। यह आँकड़े प्रदेश में बढ़ती सामाजिक जागरूकता और स्वास्थ्य सेवा के प्रति जिम्मेदारी को दर्शाते हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयानः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा कि “स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और मजबूत समाज की नींव है। उत्तराखंड सरकार ने हर नागरिक तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने का संकल्प लिया है। इतने कम समय में लाखों लोगों का इन शिविरों में आकर स्वास्थ्य लाभ लेना इस बात का प्रमाण है कि जनता स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो रही है। आने वाले समय में हम इस अभियान को और व्यापक बनाएँगे और हर घर तक स्वास्थ्य सुविधाएँ पहुँचाएँगे।”