देहरादून, । श्री हेमकुंट साहिब की पवित्र यात्रा पूरे उत्साह और भक्ति के साथ जारी है। इस वर्ष अब तक 2,28,000 से अधिक श्रद्धालु गढ़वाल हिमालय की गोद में बसे इस पवित्र तीर्थ स्थल के दर्शन कर चुके हैं। सिख धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थों में से एक, श्री हेमकुंट साहिब, अपनी आध्यात्मिकता और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विश्वविख्यात है। इस वर्ष अनुकूल मौसम ने यात्रा को और भी सुगम बनाया है। सामान्य वर्षा और सुव्यवस्थित मार्ग प्रबंधन के कारण ऋषिकेश से गोविंदघाट तक का पर्वतीय मार्ग सुरक्षित और निर्बाध बना हुआ है। पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाले छोटे-मोटे भूस्खलनों को त्वरित कार्रवाई द्वारा शीघ्र हटाया गया, जिससे यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित हुई है।
हेमकुंट घाटी में इस समय प्रकृति अपने पूर्ण सौंदर्य में है। दुर्लभ और पवित्र ब्रह्मकमल सहित रंग-बिरंगे फूलों की छटा श्रद्धालुओं को एक अलौकिक अनुभव प्रदान कर रही है। श्री हेमकुंट साहिब प्रबंधक ट्रस्ट द्वारा लागू किए गए नियमों और व्यवस्थित प्रबंधन के कारण यात्रा सुचारू रूप से संचालित हो रही है, जिससे श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित और आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त हो रहा है।
यात्रा की योजना बनाएं, समय सीमित हैः श्री हेमकुंट साहिब प्रबंधक ट्रस्ट के अध्यक्ष, नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे इस अनुकूल मौसम का लाभ उठाकर जल्द से जल्द अपनी यात्रा की योजना बनाएं। उन्होंने कहा, “श्री हेमकुंट साहिब की पवित्रता और हिमालय की शांति का अनुभव करने का यह एक सुनहरा अवसर है। यह यात्रा 10 अक्टूबर 2025 को समाप्त होगी, इसलिए भक्तजन समय रहते दर्शन का लाभ उठाएं।” ट्रस्ट सभी श्रद्धालुओं का इस पावन यात्रा में हार्दिक स्वागत करता है।