Thursday, March 27, 2025
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नेशनल गेम्स में उत्तराखंड के ध्वजवाहक होंगे ओलंपियन लक्ष्य सेन व अंकिता

देहरादून, । ये पहला अवसर है जब उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर रहा है जिससे राज्य में खेलों को लेकर एक नया जोश उत्पन्न होगा। पीएम मोदी के इस उद्घाटन समारोह के साथ खेलों की शुरुआत से देशभर के खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा मंच तैयार होगा।लक्ष्य सेन और अंकिता ध्यानी करेंगे उत्तराखंड का नेतृत्व, राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन में विशेष ध्वजवाहक रहेंगे।  ओलंपिक बैडमिंटन सेमीफाइनल में जगह बना इतिहास रचने वाले लक्ष्य सेन और ओलंपिक लंबी दूरी धावक अंकिता ध्यानी, 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में उत्तराखंड के ध्वजवाहक होंगे। यह प्रतिष्ठित भूमिका उन्हें राष्ट्रीय खेलों की एथलीट परेड में सौपी गई है।
इस साल की विशेषता यह भी है कि हर राज्य का नेतृत्व एक पुरुष और एक महिला ध्वजवाहक करेंगे, जो समावेशिता को प्रोत्साहित करता है। इसमें ओलंपियन 10 मीटर एयर राइफल शूटर एलावेनिल वलारिवन (गुजरात), महिला कंपाउंड तीरंदाजी 2023 विश्व चौंपियन अदिति स्वामी (महाराष्ट्र), और विश्व चौंपियन ओमप्रकाश मिथरवाल (राजस्थान) जैसे कई स्टार खिलाड़ी शामिल हैं। मूल्यवान योगदान देने वाले अन्य प्रमुख ध्वजवाहकों में भारतीय खो खो टीम के कप्तान प्रतीक वाकर (महाराष्ट्र), तीरंदाज तरुणदीप राय (सिक्किम), एशियाई खेलों की रजत विजेता आशी चौकसे (मध्य प्रदेश), वुशु स्टार अंजुल नामदेव (सर्विसेज) और बैडमिंटन खिलाड़ी अश्मिता चालिहा (असम) का नाम लिया जा सकता है। हरिंदरपाल सिंह संधू, जो हांग्जो एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता रहे, तमिलनाडु का नेतृत्व करेंगे। कार्यक्रम में सांस्कृतिक रंग भी देखने को मिलेगा, जिसमें शिव तांडव से प्रेरित उद्घाटन और धैर्य, शौर्य और निश्चय पर आधारित प्रस्तुति होगी। उत्तराखंड बैंड और जुबिन नौटियाल की संगीत प्रस्तुति समारोह को और रंगीन बना देगी। राष्ट्रीय खेलों में 35 विषयों में लगभग 450 स्वर्ण पदक दांव पर होंगे, और प्रतियोगिताएं 14 फरवरी को हल्द्वानी में समापन समारोह के साथ समाप्त होंगी।

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हल्द्वानी, । पूर्व बीजेपी नेता व नैनीताल दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा महिला से दुष्कर्म और उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ के मामले में जेल में बंद हैं। कोर्ट के आदेश के बाद 5 फरवरी को नैनीताल दुग्ध संघ की बोर्ड बैठक जेल में होगी। मुकेश बोरा पॉक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत हल्द्वानी जेल में बंद हैं। मुकेश बोरा के अधिवक्ता के पैरवी के बाद बोर्ड बैठक की अनुमति पॉक्सो कोर्ट ने दी है। बताया जा रहा है कि नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की दुग्ध आपूर्ति प्रभावित न हो, इसके चलते विशेष न्यायाधीश पॉक्सो कोर्ट ने जेल में ही बैठक का आदेश दिए हैं। बैठक में वही लोग शामिल होंगे, जिनका नाम आदेश में उल्लेखित है। इसके पहले मुकेश बोरा के वकील ने कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में कहा था कि दुग्ध संघों के सफल संचालन के लिए हर छह माह में बैठक जरूरी है। ऐसे में उन्होंने जेल से बाहर बैठक कराने का अनुरोध किया था। इसमें कुछ जगहों का नाम भी दिया गया था। इसके बाद कोर्ट ने पुलिस से आख्या मांगी। लालकुआं कोतवाली ने मुकेश बोरा की सुरक्षा को खतरा होने की आशंका जताई गई। इसका संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने बैठक का एजेंडा तय करने की अनुमति दी। अब कोर्ट ने पांच फरवरी की सुबह 10ः30 बजे से शाम पांच बजे तक उप कारागार हल्द्वानी में बैठक कराने का आदेश जारी किया है। इसमें समिति के 11 सदस्य और सदस्य सचिव के अलावा लिपिक को शामिल होने की अनुमति है। बैठक का खर्च नैनीताल दुग्ध संघ उठाएगा। गौरतलब हैं कि पूर्व बीजेपी नेता व नैनीताल दुग्ध सहकारी संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा पर एक महिला ने दुष्कर्म और बेटी से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने मुकेश बोरा के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से मुकेश बोरा हल्द्वानी जेल में बंद
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